गुरदासपुर:
ज़िला गुरदासपुर की योग प्रतियोगियता हुई सम्पन्न, जिसमे इस बार योग खिलाड़ियों का कुटुम्ब और बड़ा देखने को मिला। जहां निजी पाठशालाओं की प्रतिभागीता बड़ी वहीं सरकारी पाठशालाएं भी पहले से और योगदान करने पहुंचीं।
योग खेल प्रतियोगियता में सिम्मलित पाठशालाएं
1. सरकारी हाई स्कूल जौरा सिंघा
2. सरकारी हाई स्कूल हयात नगर
3. सरकारी हाई स्कूल गर्ल्स गुरदासपुर
4. सरकारी हाई स्कूल तलवंडी लाल सिंह
5. सरकारी हाई स्कूल तत्त्ले
6. एच आर ऐ स्कूल गुरदासपुर
7. गुरु हरकृष्ण पब्लिक स्कूल मल्लियांवाल
8. आर डी खोसला स्कूल बटाला
9. दौलत राम भल्ला डी ए वी स्कूल बटाला
10. वुड स्टॉक पब्लिक स्कूल बटाला
11. सेंट सोल्जर पब्लिक स्कूल बटाला
12. आर्मी पब्लिक स्कूल तिबरी
13. सरकारी स्कूल कलानौर
14. सरकारी हाई स्कूल कोटला सहियां
योग खेलों में जिला स्तर पर अंडर 14 टीम के परिणाम इस प्रकार रहे।
लड़के
प्रथम आर डी खोसला डी ए वी मॉडल सीनियर सेकंडरी स्कूल बटाला
द्वितीय सरकारी हाई स्कूल जौरा सिंघा
तृतीय सरकारी हाई स्कूल तत्त्ले
लड़कियां
प्रथम सरकारी हाई स्कूल तत्त्ले
द्वितीय सरकारी हाई स्कूल हयात नगर
तृतीय आर डी खोसला डी ए वी मॉडल सीनियर सेकंडरी स्कूल बटाला
वहीं अंडर 17 टीम के परिणाम इस प्रकार रहे।
लड़के
प्रथम आर डी खोसला डी ए वी मॉडल सीनियर सेकंडरी स्कूल बटाला
द्वितीय सरकारी हाई स्कूल तत्त्ले
तृतीय सरकारी हाई स्कूल हयात नगर
लड़कियां
प्रथम सरकारी हाई स्कूल हयात नगर
द्वितीय दौलत राम भल्ला डी ए वी स्कूल बटाला
तृतीय आर डी खोसला डी ए वी मॉडल सीनियर सेकंडरी स्कूल बटाला
और अंडर 19 टीम के नतीजे इस प्रकार रहे।
लड़के
प्रथम दौलत राम भल्ला डी ए वी स्कूल बटाला
द्वितीय आर डी खोसला डी ए वी मॉडल सीनियर सेकंडरी स्कूल बटाला
तृतीय सेंट सोल्जर पब्लिक स्कूल बटाला
लड़कियां
प्रथम दौलत राम भल्ला डी ए वी स्कूल बटाला
द्वितीय आर डी खोसला डी ए वी मॉडल सीनियर सेकंडरी स्कूल बटाला
तृतीय सरकारी कन्या स्कूल गुरदासपुर।
शिकायते और विफल सिस्टम
1) देखने को मिला दिए गए समय से 1घण्टा 15 मिनट की देरी से प्रतियोगियता आरम्भ की गई जिसमें आयोजक पाठशाला की और से लापरवाही हुई।
2) मल्लियांवाल की टीम कोच द्वारा यह भी कहा गया कि बैठने की सुविधा तक नही थी बच्चे धूप में खड़े रहे। टीचर तक को बैठने के लिए कुर्सी उपलब्ध नही हुई। 1 घण्टा ऐसे ही खड़े रहे।
3) इस प्रतियोगिता में देखने मे वही पुराना सिस्टम रहा जहां जजमेंट में दिए गए ऑफिशल्स के स्थान पर कन्वीनर के निजी तालुकात सामने आए। जबकि कैलेंडर में दिए गए ओफ्फिसिल्स में योग विषय मे 2 व्यक्ति ही योग में उच्च शिक्षा प्राप्त थे। बाकी अन्य खेलों से जुड़े लोग थे।
4) खेल के दौरान ऑब्जेक्शन जजमेंट पर भी सवाल उठे जसमे ऐसा पैटर्न देखने को मिला जिसमे दौलतराम भल्ला स्कूल के टीम मैनेजर द्वारा अपनी तथा अपनी माता की पाठशाला सेंट सोल्जर स्कूल को बढ़ावा देने की कोशिष की गई। उनको अधिक अंक दिए गए यही विजय महाजन जो कि वुड स्टॉक की टीम मैनेजर थीं उनके द्वारा भी बीच बीच में यह देखने को मिला। गलिमत तो यह रही दोनो की योग में उच्च शिक्षा नही है और न दोनो योग आसनों की एनाटोमी जानते हैं फिर भी इनको वीना अध्यापिका जो कि सरकारी पाठशाला की टीचर हैं और विजय महाजन और उषा किरण की सहेली हैं उनके द्वारा पारस जोकि उषा किरण का बेटा है को हर बार चयन किया जाता है। और इनकी तिकड़ी में चुपड़ी पकाने में लगी रहती है। इसी का नतीजा सरकारी गर्ल्स स्कूल की टीम का थर्ड आना है। जिसकी शिकायत खेल अधिकारी को करने पर भी वीना मैडम द्वारा कवर किया गया और शिकायत में किसी और सरकारी अधयापक को दोषी बना दिया गया।
इस विषय पर योग फ्रंट संस्था द्वारा इस समस्या का स्थायी समाधान करने हेतु इस मुद्दे को न्यायालय के सामने चल रहे केस में जोड़ा जाएगा जसमे जल्द ही इसकी मांग की जाएगी कि योग हेतु कानून बनाये और केवल योग में शिक्षा प्राप्त लोग ही योग पेशे में कार्य कर पाएं।