आज आरडी खोसला डीएवी मॉडल सीनियर सेकंडरी स्कूल में अंतराष्ट्रीय योग दिवस और अमृत महोत्सव के कार्य को आगे बढ़ते हुए द्वितीय गतिविधि आरम्भ की गई जिसमें पाठशाला के छात्र छात्राओं को योग संगोष्ठी के माध्यम से योग के परिचय करवाया गया।पाठशाला के योग शिक्षक योगाचार्य विनय पुष्करणा ने योग शिक्षा, योग चिकित्सा, योग खेलों पर चर्चा की और बताया कि योग विद्या आज के समय मे कितनी आवश्यक है। और यह कोई नई विद्या नही अपितु वर्षों से हमारी संस्कृति और जीवन शैली का हिस्सा रही है। हिन्दू धर्म, सिख्ख धर्म, मुस्लिम धर्म मे योग के साक्ष्यों को दर्शाते हुए बताया कि योग हर धर्म मे होते हुए भी किसी एक रिलिजन विशेष का विषय नही अपितु भारतीय सांस्कृतिक विरासत है जो हमे एकता, अखंडता, राष्ट्रवाद के साथ साथ नैतिक मूल्यों से भी अवगत करवाता है और हमारे स्वास्थ्य का भी ख्याल रखती है। योग में शिक्षित योग शिक्षक छात्रों छात्राओं को उपलब्ध हों तो बच्चों की सारी समस्याएं समाप्त हो जाएं और भारत का युवा निरोगी हो इसके लिए नियमों, अधिनियमों की आवश्यकता है जिस पर कई योग संस्थाएं काम कर रही हैं। जिससे योग खेलों में भाग लेने वाले बच्चों को भी कई सरकारी लाभ मिलें और अन्य खेलों की तरह योग खेल के विशेषज्ञ योग खेल करवाएं जिन्होंने स्वयं योग में कोई डिग्री की हो जिससे ने केवल बच्चों के साथ खेलो में न्याय होगा अपितु समाज के लिए भी योग के प्रति विश्वास बढ़ेगा।
इस अवसर पर विद्यालय के चेयरमैन श्री अरविंद खोसला, प्रेजिडेंट श्री अजय खोसला ने सबको बधाई देते हुए कहा कि ऐसे ज्ञानवर्द्धक स्त्र बच्चों के सम्पूर्ण विकास के लिए बहुत लाभप्रद हैं। वहीं प्रधानाचार्या डॉ बिंदु भल्ला ने कहा कि हमारा विद्यालय सदैव योग को प्राथमिकता से आगे बढ़ाता आ रहा है जिससे बच्चों का सम्पूर्ण विकास हो और बच्चे योग से गुणों को प्राप्त कर जीवन में एक नेक इंसान बने।